इथियोपिया में ज्वालामुखी विस्फोट से निकली राख दिल्ली-हरियाणा की ओर बढ़ रही है,

इथियोपिया में ज्वालामुखी विस्फोट से निकली राख दिल्ली-हरियाणा की ओर बढ़ रही है, जिससे कई उड़ानें रद्द हो गई हैं। डीजीसीए ने एयरलाइंस को एडवाइजरी जारी की है और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा है।

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इथियोपिया में ज्वालामुखी विस्फोट का असर भारत तक, दिल्ली-हरियाणा की ओर बढ़ रही राख; कई उड़ानें रद्द

इथियोपिया में हाल ही में हुए ज्वालामुखी विस्फोट का प्रभाव अब भारत के उत्तरी क्षेत्रों तक देखा जा रहा है। विस्फोट के बाद वायुमंडल में फैली ज्वालामुखीय राख हवा के रुख के साथ दिल्ली और हरियाणा की ओर बढ़ रही है। इस राख के बादलों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए खतरा बढ़ा दिया है, जिसके चलते कई उड़ानें रद्द की गई हैं और कुछ को रूट डायवर्ट किया गया है।

दिल्ली एयरपोर्ट पर मंगलवार शाम से ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल सतर्क मोड में काम कर रहा है। ज्वालामुखीय राख छोटे-छोटे कणों के रूप में विमानों के इंजन, विंड शील्ड और सेंसर सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए विमानन कंपनियों ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उड़ानों को रोकने या मार्ग बदलने का निर्णय लिया।

डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सभी एयरलाइंस को एडवाइजरी जारी की है। निर्देश में कहा गया है कि एयरलाइंस ज्वालामुखीय राख से प्रभावित क्षेत्रों से उड़ानों को दूर रखें और केवल सुरक्षित हवाई मार्गों का उपयोग करें। मौसम विभाग और अंतरराष्ट्रीय निगरानी एजेंसियों से लगातार अपडेट लेकर ही उड़ानों का संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

इधर, यात्रियों को उड़ान रद्द होने और देरी से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई यात्री एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं और नई उड़ानों की व्यवस्था का इंतजार कर रहे हैं। एयरलाइंस ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपनी उड़ानों की स्थिति ऑनलाइन चेक कर लें।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की दिशा में बदलाव के कारण राख का दायरा और बढ़ सकता है। यदि हवा का रुख यही रहा तो अगले 12–24 घंटों तक उड़ानों पर असर जारी रहने की संभावना है।

फिलहाल डीजीसीए, एयरपोर्ट अथॉरिटी और मौसम विभाग मिलकर स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। यात्रियों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान ना दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।

 
 
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Author
Rajendra Harsh
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