कुडी सेक्टर 1 स्थित श्री भेरू बाग ट्रस्ट द्वारा निर्मित
- Posted on 21 नवम्बर 2025
- सामान्य समाचार
- By Rajendra Harsh
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कुडी सेक्टर 1 स्थित श्री भेरू बाग ट्रस्ट द्वारा निर्मित श्री मुनिसुव्रत स्वामी जैन मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। संगमरमर के सफेद पत्थर से बने इस आलीशान मंदिर में श्री मुनिसुव्रतस्वामी सहित 9 अन्य देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी।
जोधपुर। कुडी सेक्टर 1 स्थित श्री भेरू बाग ट्रस्ट द्वारा निर्मित श्री मुनिसुव्रत स्वामी जैन मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। संगमरमर के सफेद पत्थर से बने इस आलीशान मंदिर में श्री मुनिसुव्रतस्वामी सहित 9 अन्य देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी। श्रीमुनिसुव्रत स्वामी जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट कुड़ी एवं, भैरूबाग पार्श्वनाथ जैन श्वेतांबर तीर्थ और कुडी भगतासनी जैन श्रीसंघ की ओर से प्रतिष्ठा मुहूर्त की तैयारियां की जा रही है। कुड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष ललित सिंघवी और सचिव मुकेश मेहता ने बताया कि 5 दिवसीय प्रतिष्ठा मुहूर्त बड़े ही धूम धाम से इसकी शुरुआत 26 नवंबर से होगी। 26 से 28 नवंबर तक जन्म एवं दीक्षा कल्याणक सहित स्टेज समारोह, 28 को प्रतिष्ठा चढ़ावे की जाजम, 29 को दीक्षा कल्याणक वरघोड़ा और 30 नवंबर को अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव, 1 दिसंबर को मंदिर का द्वार उद्घाटन होगा। पंजाब केसरी गुरुदेव जयानंद सूरिश्वर म.सा. और जयकीर्ति विजय म.सा. आदि ठाणा के सानिध्य में आयोजित समारोह में देशभर के 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल होंगे। दिसंबर 2023 में मंदिर का भूमि पूजन करते हुए निर्माण की शुरुआत की गई थी। भेरू बाग ट्रस्ट ने करीब 2 सालों में करोड़ों की लागत से सफेद संगमरमर पत्थर से मंदिर शैली की तर्ज पर कुड़ी वाशियो के लिए तैयार किया गया है। कुड़ी ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष मितुलशाह ने बताया कि प्रतिष्ठा संयोजक ललित सिंघवी, ललित संदेशा सहित श्रीभेरूबाग तीर्थ के अध्यक्ष गणेश भंडारी, सचिव जगदीशसा गांधी, आदेश्वरजी जैन , हरख चंदसा सालेशा, मांगीलालजी वडेरा, महिपाल जी, वीरेन्द्रशा सिंघवी,ललित संदेशा , प्रदीप ख़िवशरा एवं कुड़ी ट्रस्ट के अध्यक्ष ललित सिंघवी, सचिव मुकेश मेहता, ,उपाअध्यक्ष सुरेंद्र बांठिया, सहसचिव महावीर मेहता, सहकोषाध्यक्ष ललित मेहता, महिला मंडल एवं युवक युवती मंडल सहित कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए है। एवं उपाअध्यक्ष सुरेंद्र बांठिया ने बताया कि गौतमजी छाजेड़, विनोद संदेशा, मनोहरजी हिरण, इन्होंने साधु महाराज के साथ विहार का लाभ लिया। कुड़ी ट्रस्ट के सचिव मुकेश मेहता ने बताया कि यहां पुराने शांति नाथ दादा के मंदिर जी में नींव के पत्थर के रूप में मुख्य योगदान स्व.चतरसिंह जी मेहता, घेवर जी श्रीश्रीमाल, वर्दीचंदजी, कुलदीपजी बोहरा, ओमप्रकाश जी चोपड़ा,स्वरूप जी मालू,रमेश जी कवाड़,ललित मेहता , विनय कुमार पालगोता,गुलाब जी गुलेच्छा,तरुण जी डागा, चंदनमलसा लुणीया,अमृतलाल जी कांकरिया, महावीर जी छाजेड़,पारसमल जी लोढा, ओमसा पारख ( भाऊसा),निर्मल जी सिंघवी,प्रदीप जी ख़िवशरा, सूरजमल बोहरा , स्व. कांतिलाल जी मेहता सभी कुड़ी वाशी। सहकोषाध्यक्ष ललित मेहता ने बताया हमारे यहां हर पूनम की भक्ति होती है इसमें भक्तों की भीड़ रहती है जिसमें संगीत कार सुरेश सुराना, गौरव बाफना, अभीषेक जैन, हिमांशु जैन,भक्ति के बहाव में विकास बरमेसा, निर्मल चल्लानी , जयकुमार जी, राकेश जैन, दिलीप भंसाली, भरत गेमावत, अनीस कवाड, जयंती लाल, एवं पप्पू देवी श्रीश्रीमाल, मुनीशाजी जैन, उमाजी ककरिया, सोनाली शाह,कांताजी छाजेड़, तरुण जैन, संगीताजी कवाड, संतोष जैन,मंजू नाहटा , ताराजी लुणीया , संतोषजी गुलेच्छा ,खुशबू डोसी एवं सभी कुड़ी वासियों के संयोग से यह मंदिर जी का लाभ मिला 25 सालों से मंदिर को बनाने के प्रयासरत रहे। अभी भेरू बाग ट्रस्ट के द्वारा निर्मित मंदिर का योगदान मिलने से अति उत्साहित हुए कुड़ी जैन हमेशा भेरू बाग ट्रस्ट का आभारी रहेगा , मंदिर बनने के पश्चात करीब 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं एवं साधु साध्वी का विचरण का लाभप्राप्त हो सकेगा। पहला मूलनायक मुनि सुव्रतनाथ स्वामी का मंदिर, नाकोड़ा भैरव सहित 9 प्रतिमाएं विराजित होगी ।कुड़ी ट्रस्ट के सचिव मुकेश मेहता ने बताया कि मूलनायक मुनि सुव्रतनाथ स्वामी का संभवत जोधपुर का दूसरा मंदिर है। जैन धर्म के 20वें तीर्थंकर के रूप में 27 इंच की श्यामवर्ण मुनि की प्रतिमा निर्मित की गई है साथ में 51 इंच का परिग्रह भी स्थापित किया जाएगा यह शनिदेव के रूप में जैन के देव है इसके अलावा मंदिर में नाकोड़ा भैरवनाथ, शंखेश्वर पार्श्वनार्थ, परमात्मा वासुपूज्य, गुरु गौतम स्वामी, सुधर्मा स्वामी, माता चक्रेश्वरी, माता पद्मावती, मणिभद्र वीर सहित 9 प्रतिमाएं स्थापित होगी जो इन दिनों मंदिर में पहुंच चुकी है। गौरतलब है कि मुनिसुव्रतनाथ स्वामी शनि के स्वरूप के रूप में शनि ग्रह के अरिष्ट निवारक के रूप में पूजा जाते है और शनि देव के कष्टों को दूर करने के लिए भी पूजन का विधान है। यहां हर शनिवार मेला लगेगा और भक्ति भाव से पूजा होगी
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