*निःशुल्क कृत्रिम अंग शिविर में 35 दिव्यांगजन चिन्हित जोधपुर में पहली बार जर्मन तकनीक से कृत्रिम अंग माप एवं मूल्यां

जोधपुर, 13 नवंबर।जिला प्रशासन जोधपुर, श्री साईं एजुकेशनल एंड वेलफेयर एसोसिएशन, तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम जोधपुर तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को शनिश्चर जी का थान परिसर में निःशुल्क कृत्रिम अंग लगाने के लिए दिव्यांगजन चिन्हीकरण कैंप आयोजित किया गया। शिविर में कुल 35 दिव्यांगजन चिन्हित किए गए।

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*निःशुल्क कृत्रिम अंग शिविर में 35 दिव्यांगजन चिन्हित
जोधपुर में पहली बार जर्मन तकनीक से कृत्रिम अंग माप एवं मूल्यांकन*

दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण पहल

जोधपुर, 13 नवंबर।जिला प्रशासन जोधपुर, श्री साईं एजुकेशनल एंड वेलफेयर एसोसिएशन, तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम जोधपुर तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जोधपुर के संयुक्त तत्वावधान में गुरुवार को शनिश्चर जी का थान परिसर में निःशुल्क कृत्रिम अंग लगाने के लिए दिव्यांगजन चिन्हीकरण कैंप आयोजित किया गया। शिविर में कुल 35 दिव्यांगजन चिन्हित किए गए।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जोधपुर के संयुक्त निदेशक श्री अनिल व्यास तथा कैंप कॉर्डिनेटर श्री उम्मेदराज जैन ने बताया कि राजस्थान में पहली बार दिव्यांगजन को जर्मन कंपनी द्वारा विकसित अत्याधुनिक कृत्रिम अंग लगाने के लिए विशेष कैंप आयोजित किया गया। शिविर के दौरान लाभार्थियों का पंजीकरण, कृत्रिम अंगों का मूल्यांकन एवं माप एंडोलाइट इंडिया लिमिटेड के विशेषज्ञों द्वारा लिया गया।

उन्होंने बताया कि एंडोलाइट इंडिया लिमिटेड द्वारा निर्मित ये आधुनिक कृत्रिम अंग सामान्यतः राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को लगाए जाते हैं। ये अंग बेहद हल्के, टिकाऊ तथा मूवमेंट में अत्यंत सहज होते हैं, जिससे लाभार्थियों को दैनिक जीवन में अधिक गतिशीलता और आत्मनिर्भरता मिलती है। विशेषज्ञों ने लाभार्थियों को कृत्रिम अंगों की देखभाल, रखरखाव, उपयोग तकनीक एवं पुनर्वास संबंधी विस्तृत परामर्श भी प्रदान किया।

शिविर में शहर विधायक श्री अतुल भंसाली मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।शिविर के सफल आयोजन में ऑल इंडिया जैन माइनॉरिटी फेडरेशन जोधपुर तथा शनिश्चर थान ट्रस्ट जोधपुर का उत्कृष्ट सहयोग रहा।

इस पहल से दिव्यांगजन सशक्तिकरण और उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
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Author
Rajendra Harsh
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