बाड़मेर शहर जूना केराडु मार्ग जहां पर आज करीब चार मकानों के ताले टूटे
- Posted on 1 दिसम्बर 2025
- By Rajendra Harsh
- 8 Views
बाड़मेर शहर जूना केराडु मार्ग जहां पर आज करीब चार मकानों के ताले टूटे एवं कई बर्तन भी चोरी हुए और दो जगह जिस मकान में चोरी हुई वह मकान मालिक यहां नहीं थे सूरत रहते थे बाकी एक मकान के नीचे हाल है जिसमें पीतल के बर्तन पूरी तरीके से चोरी किए गए एवं मोक्ष मार्ग वहां पर नितिन जैन का मकान है वहां भी पीतल बर्तन की चोरी हुई
बाड़मेर शहर में चार जगह चोरी की वारदात, जूना केराडू मार्ग पर टूटे ताले, पीतल के बर्तन तक साफ — सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
बाड़मेर शहर में अपराधियों के हौंसले लगातार बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। ताज़ा मामला जूना केराडू मार्ग का है, जहां आज लगभग चार मकानों के ताले टूटे पाए गए और कई जगहों से पीतल के बर्तन सहित अन्य सामान चोरी हो गया। वारदातों के सामने आने के बाद स्थानीय निवासियों में भय और आक्रोश दोनों देखने को मिल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार जिन दो मकानों में चोरी हुई, उनके मकान मालिक इस समय बाड़मेर में नहीं थे और सूरत में रहते हैं। खाली पड़े इन मकानों को निशाना बनाते हुए चोरों ने आराम से ताले तोड़े और कीमती सामान ले उड़े। इसके अलावा जूना केराडू रोड पर एक मकान के नीचे बने हाल (हॉल) में रखे पीतल के बर्तन पूरी तरह चोरी कर लिए गए।
इसी क्षेत्र के मोक्ष मार्ग पर नितिन जैन के घर में भी चोरों ने वारदात को अंजाम देते हुए पीतल के बर्तन चोरी कर लिए। वहीं सिंदरियों जालक के पास रतनलाल भीकचंद जैन, रतनलाल नेमीचंद जैन, शंकरलाल मककमल जैन एवं प्रकाशचंद चिंतामणदास जैन के घरों में भी चोरी की घटनाएं सामने आई हैं। कुल मिलाकर चार अलग-अलग स्थानों पर चोरी की वारदात ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि शहर में पुलिस गश्त और निगरानी मजबूत होती, तो इस तरह की वारदातें संभव नहीं हो सकती थीं। क्षेत्रवासियों ने जिला प्रशासन, बाड़मेर कलेक्टर और एसपी से इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि अगर मध्यम वर्गीय परिवारों के घर इस तरीके से असुरक्षित होंगे तो उनकी आजीविका और सुरक्षा दोनों पर बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।
निवासियों ने शहर के सभी प्रमुख मोहल्लों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग उठाई है, ताकि ऐसी वारदातों पर प्रभावी रोक लगाई जा सके। लोगों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अब सक्रिय होकर बाड़मेर शहर को सुरक्षित बनाना होगा, वरना आम जनता का विश्वास टूटता जाएगा।
Write a Response