सीएमएचओ ने सायरा में मारा छापा

  • Posted on 30 नवम्बर 2025
  • By Rajendra Harsh
  • 9 Views

उदयपुर/उदयपुर जिले तहसील सायरा में सरकारी मेल नर्स घर में चला रहा था अवैध हॉस्पिटल, लाखों की सरकारी दवाइयां भी मिली। मौके पर जांच में भारी मात्रा में सरकारी अस्पतालों की दवाइयां, कॉटन, बैंडेज, साबुन, सर्जिकल लिक्विड, पोविडोन आयोडिन, इनहेलर सहित कई प्रकार की सामग्री मिली। इनकी कीमत करीब एक लाख रुपए बताई है। 

WhatsApp Image 2025-11-30 at 1.15.35 PM-3RIiZ1gEwa.jpeg

सीएमएचओ ने सायरा में मारा छापा: क्लिनिक सीज, 25 साल से सायरा अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर, किया एपीओ


उदयपुर/उदयपुर जिले तहसील सायरा में सरकारी मेल नर्स घर में चला रहा था अवैध हॉस्पिटल, लाखों की सरकारी दवाइयां भी मिली। मौके पर जांच में भारी मात्रा में सरकारी अस्पतालों की दवाइयां, कॉटन, बैंडेज, साबुन, सर्जिकल लिक्विड, पोविडोन आयोडिन, इनहेलर सहित कई प्रकार की सामग्री मिली। इनकी कीमत करीब एक लाख रुपए बताई है। 
टीम ने मौके पर करीब दो लाख रुपए की 
निजी खरीदी दवाइयां भी जब्त की गईं।
उदयपुर जिले के सायरा क्षेत्र में सरकारी मेल नर्स के घर में अवैध क्लिनिक चलाने का मामला सामने आया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अशोक आदित्य की टीम ने छापा मारकर क्लिनिक में गंभीर अनियमितता, सरकारी दवाओं के जखीरे और अस्पताल जैसे पूरे सेटअप का खुलासा किया। मौके से एक लाख से ज्यादा की सरकारी व दो लाख की खरीद की दवाइयां व उपकरण बरामद मिली। सीएमएचओ ने क्लिनिक को सीज करने के साथ ही मेल नर्स जसराज सोलंकी को एपीओ कर दिया। मामले में लापरवाही व मॉनिटरिंग नहीं करने पर सीएमएचओ ने अस्पताल इंचार्ज डॉ. निर्मला दाहिमा को इंचार्जशिप से हटा दिया।सीएमएचओ डॉ. आदित्य ने बताया कि सरकारी मेल नर्स के अपने घर में निजी क्लिनिक चलाने की सूचना पर टीम के साथ मेल नर्स उसके घर पर छापा मारा। वहां पर पूरा अस्पताल तैयार मिला। वहां बैड लगे थे, इंजेक्शन काउंटर, ड्रेसिंग रूम, कंसल्टेशन चैम्बर तक अलग से बना रखा था। सीएमएचओ ने गोगुंदा बीसीएमओ को मेल नर्स के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान डिप्टी सीएमएचओ डॉ. विक्रमसिंह, डॉ.मोहन सिंह धाकड़ आदि मौजूद थे।
25 वर्षों से सायरा में तैनात सादड़ी निवासी जसराज सायरा सीएचसी पर 25 वर्षों से मेल नर्स के पद पर कार्यरत है। आरोप है कि वह वर्षों से घर में क्लिनिक चला रहा था और सरकारी दवाओं का दुरुपयोग कर मरीजों का इलाज करता था। मौके पर मिली सरकारी दवाइयों के बारे में पूछताछ में उसने बताया कि कुछ दवाएं एक्सपायरी थी, जिन्हें वह अस्पताल से निकालकर घर पर ले आया, लेकिन जांच में एक भी दवा एक्सपायरी नहीं मिली

0
Author
Rajendra Harsh
Author
Rajendra Harsh

Write a Response